षष्टिकशाली पिंडस्वेद-साठी के चावल से पिंड बनाकर स्वेद करना षाष्टिकशाली पिंडस्वेद है। यह एक अत्यंत उपयोग स्वेद है। (Shashtika Shali Pinda Sweda) शास्त्राधार से कुछ विकसित स्वरूप में -इसका केरल में बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है। केरल में ‘अवर किषी’ नाम से यह प्रसिद्ध है, जिसका अर्थ-अवर-षष्टिकशाली और किषी-पिंड से षष्टिकशाली पिंडस्वेद होता है। पिंडस्वेद के द्रव्य चरकानुसार पहले कहे गये हैं। अब इसकी प्रायोगिक विधि दी जाती है।
